गर्मियों में ठंडाई पीने के फायदे (benefit)
गर्मियों में ठंडाई पीने के फायदे (benefit)
(गर्मियों में ठंडाई पीना अमृत से कम नहीं)
इसका एक गिलास पीने से दिन भर शरीर में ताजगी और स्फूर्ति का अनुभव बना रहता है।
(गर्मियों में ठंडाई पीना अमृत से कम नहीं)
इसका एक गिलास पीने से दिन भर शरीर में ताजगी और स्फूर्ति का अनुभव बना रहता है।
* गर्मी के दिनों में तापमान अधिक होता है, जिससे शरीर
में गर्मी बढ़ने लगती है। ठंडाई का सेवन गर्मी के इस प्रकोप को कम करता है
और पेट व शरीर को शीतलता प्रदान करता है।
एसिडिटी, पेट में जलन, अपच जैसी समस्याएं तो इससे हल होंगी ही, पेट में अल्सर या छाले होने की स्थिति से भी ठंडाई का सेवन आपको बचाए रखेगा।
1. एसिडिटी – पेट में गर्मी
जिनको अम्ल पित्त, पित्त प्रकोप और उदर में ज्यादा गर्मी होने की तथा पेट में जलन होने की शिकायत हो उनको गर्मियों में सुबह खाली पेट दूध की लस्सी में ठंडे डालकर पीना बहुत फायदेमंद है.2. मुंह में छाले
मुँह में छाले होते रहते हों तो ठंडाई का नित्य सेवन करने से छाले होना बंद हो जायेंगे.3. पेशाब में जलन
अगर पेशाब करते समय जलन हो तो ठंडाई का नित्य सेवन करने से ये समस्या दूर हो जाती है.4. आँखों में जलन
आँखों में जलन हो ठंडाई का रोजाना सेवन करने से इसमें बहुत आराम आता है.5. अलसर (पेट के छालों में)
पेट में अल्सर होने पर यह बहुत ही रामबाण है. दिन में 3-4 बार दूध की लस्सी में ठंडाई डालकर पीने से अल्सर में थोड़े दिनों में ही आराम होता है.6. स्वपनदोष और शीघ्रपतन
शरीर में अति उष्णता बढ़ जाने से तथा पित्त के कुपित रहने से जिन्हे स्वप्नदोष और शीघ्रपतन होने की शिकायत हो उनके लिए इसका सेवन अत्यधिक फायदेमंद है. शीघ्रपतन के रोगियों को इसे दूध में डालकर पीना चाहिए. और स्वपन दोष के रोगियों को इसे दूध की लस्सी में.7. रक्तप्रदर और श्वेत प्रदर में.
स्त्रियों को रक्तप्रदर या श्वेतप्रदर की समस्या होने पर 40 दिन तक नियमित रूप से ठंडाई का सेवन करने से बहुत लाभ होता है।8. दिमागी टॉनिक.
ठंडाई एक प्रकार का दिमागी टॉनिक भी है. गर्मियों में ठंडाई का नियमित सेवन दिमागी काम करने वालों और पढने वाले बच्चों के लिए ये विशेष रूप से लाभकारी है.9. गर्मी के प्रकोप से बचाए.
नियमित ठंडाई का सेवन करने से गर्मी से कष्ट नहीं होता, शरीर में जलयांश की कमी (डिहायड्रेशन), लू लगना, डायरिया, उलटी-दस्त-हैजा आदि व्याधियाँ नहीं होतीं, मुँह सूखना, आँखों में जलन होना, पेशाब में रुकावट या कमी, अनिद्रा, पित्तजन्य सिर दर्द, कब्ज रहना, ज्यादा पसीना आना, स्त्रियों को अधिक रक्त स्राव होना आदि शिकायतें नहीं होती।ठंडाई के सेवन में सावधानी.
जिन लोगों कि प्रकृति अति शीतल होती है उनको सुबह के वक्त ठंडाई का सेवन करने से जुकाम हो सकता है। ऐसी स्थिति में जुकाम ठीक न होने तक ठंडाई का सेवन न करें। ऐसे व्यक्तियों को ठंडाई का सेवन दोपहर के समय करना अधिक फायदेमंद है.ठंडाई बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:-
- सौंफ 100 ग्राम
- खस खस 50 ग्राम
- मगज खरबूजा 50 ग्राम (खरबूजे से निकलने वाले बीजो की गिरियाँ)
- काली मिर्च 60 ग्राम
- बादाम 150 ग्राम
- इलायची दाना 20 ग्राम
- केसर 3 ग्राम
- गुलाब जल 30 मि ली
- मिश्री 2.0 कि ग्रा
- वंश लोचन 3 ग्राम
- पानी 1.5 लीटर
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